Labour day 2024 :सितंबर के पहले सोमवार को मनाया जाता था जो की मजदूर दिवस अमेरिकी कर्मचारियों की सामाजिक और आर्थिक उपलब्धियों का वार्षिक उत्सव है। इस छुट्टी का मूल उन्नीसवीं सदी के उत्तरार्ध में है, जब कर्मचारियों ने संघीय अवकाश की मांग की, क्योंकि वे अमेरिका की ताकत, समृद्धि और कल्याण के लिए कर्मचारियों द्वारा किए गए कई योगदानों को याद किया !
Labour day 2024 पर कुछ खास आपको बता दे की 1 मई को अंतर्राष्ट्रीय श्रमिक दिवस या Labour day 2024 मनाया जाता है। इस दिन मजदूर आंदोलन और मजदूरों के संघर्षों और जीत को याद किया जाता है, इस दिन कर्मचारियों को उनके काम की सराहना दी जाती है और उनके अधिकारों की जानकारी दी जाती है, साथ ही, कर्मचारियों के हक की मांग की जाती है यह दिवस पुरे विश्व में 1 मई को ही मनाया जाता है !
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Labour day 2024 की थीम व सम्पूर्ण विस्तार
मजदूर दिवस से जुड़े हुए अनेकों तत्व अलग-अलग डेट में उपलब्ध होते हैं जैसे कि एक जानकारी शिकागो से उपलब्ध होती है, जहां पर मजदूरों से 15-15 घंटे काम लिया जाता था जिसके कारण मजदूरों की पुलिस से झलक हुई इसमें 7 पुलिसकर्मी और चार नागरिकों की मृत्यु हो गई मन जाता है की तभी से यह दिवस मनाने की घोषणा की गई और 1894 में इसे अंतरराष्ट्रीय अवकाश घोषित किया गया था तब से कई देशों में राष्ट्रीय अवकाश भी मनाया जाता है !
अंतर्राष्ट्रीय Labour day 2024 थीम
थीम को हर साल अप्रैल के मध्य में अंतरराष्ट्रीय श्रम संगठन (ILO) घोषित करता है। पिछले कुछ वर्षों की थीमों से पता चलता है कि यह संभवत मजदूरों को सामाजिक न्याय, मजदूरों के अधिकारों और कामकाजी परिस्थितियों में सुधार पर फोकस करेगा !
अंतर्राष्ट्रीय मजदूर दिवस पर हर साल एक विशिष्ट विषय चुना जाता है। इस वर्ष की थीम है, जलवायु परिवर्तन के बीच काम पर सुरक्षा और स्वास्थ्य सुनिश्चित करना यानि की (ensuring workplace safety and health amidst climate change) !
Labour day 2024 पर भारत के किन प्रदेशो में होती है छुट्टी
आपको बता दें कि 1 मई को पूरे विश्व में मजदूर दिवस मनाया जाता है , अंतर्राष्ट्रीय मजदूर दिवस और महाराष्ट्र दिवस पर बैंक 1 मई को बंद रहेंगे, तमिलनाडु, बंगाल, आंध्र प्रदेश, मणिपुर, तेलंगाना, असम, केरल, महाराष्ट्र, बिहार, कर्नाटक और गोवा में बैंक इस अवसर पर बंद रहेंगे। इसके अलावा, देश भर में कुछ कंपनियां इस दिन को छुट्टी के दिन मानती हैं और अपना काम बंद रखती हैं!
भारत में मजदूर दिवस की शुरुआत
1 मई 1923 को भारत में मजदूर दिवस का उद्घाटन किया गया था. लेबर किसान पार्टी ऑफ हिंदुस्तान ने इसका उद्घाटन किया था और तब से मजदूरों का लाल रंग का झंडा उनका प्रतीक चिन्ह बन गया था. यह मजदूरों की कोशिश थी कि वे अपने ऊपर हो रहे अत्याचार के खिलाफ आवाज उठा सके वआंदोलन कर सकें !
पहला मजदूर दिवस
केंद्रीय श्रमिक संघ की योजना के अनुसार, मंगलवार, 5 सितंबर, 1882 को न्यूयॉर्क में पहला labour day अवकाश मनाया गया था। 5 सितंबर, 1883 को, एक साल बाद, सेंट्रल लेबर यूनियन ने दूसरा मजदूर दिवस मनाया।
आपको हैरान होगा कि 1894 तक 23 और राज्यों ने छुट्टी को अपनाया, और 28 जून, 1894 को राष्ट्रपति ग्रोवर क्लीवलैंड ने कानून पर हस्ताक्षर किया कि हर साल सितंबर के पहले सोमवार को राष्ट्रीय अवकाश होगा विश्व इस वर्ष Labour day 2024 मना रहा है ।
अमेरिका में मजदूर दिवस कई अमेरिकी परेडों और पार्टियों के साथ मनाया जाता है— छुट्टी के पहले प्रस्ताव में उल्लिखित उत्सवों की तरह, जिसमें सुझाव दिया गया था कि इस दिन समुदाय के श्रमिक संगठन ने “व्यापार की ताकत और भावना को प्रदर्शित करने के लिए एक सड़क परेड” मनाया जाना चाहिए. श्रमिकों और उनके परिवारों को खुश करने के लिए एक उत्सव होगा, यह मजदूर दिवस की परंपरा बन गई जो आज भी चली आ रही है और अमेरिका इसको बड़े ही धूम धाम के साथ मनाता है !
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