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Gaganyaan Mission: कौन है चार भारतीय जो अंतरिक्ष में जाएंगे, कब होगी इसकी लॉन्चिंग?

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Gaganyaan Mission

Gaganyaan Mission भारत का पहला मानव अंतरिक्ष उड़ान मिशन है, यह मिशन सफल होने पर भारत उन देशों में शामिल हो जाएगा, जो देश खुद चालक दल अंतरिक्ष यान लॉन्च कर चुके है बे देश है अमेरिका, चीन और रूस ही अभी तक यह कार्य कर पाए हैं!

विस्तार

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को विक्रम साराभाई अंतरिक्ष केंद्र का दौरा किया और मिशन गगनयान की तैयारियों की बारीकी से समीक्षा की, इस दौरान प्रधानमंत्री ने मिशन पर जाने वाले सभी चार यात्रियों के नाम की घोसणा की !

Gaganyaan Mission के लिए जो 4 नाम की घोसणा हुयी है बे चार नाम है

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Gaganyaan Mission क्या है?

गगनयान मिशन भारत देश का पहला मानव अंतरिक्ष उड़ान मिशन है जिसमें चार अंतरिक्ष यात्रियों को अंतरिक्ष की सैर के लिए भेजा जायेगा , इस मिशन को अंतरिक्ष में 2024 के आखिर या 2025 की शुरुआत तक भेजा जा सकता है!

इसी साल मानव रहित परीक्षण की उड़ान भी होगी, जिसमें एक रोबोट भेजा जाएगा,आपको बता दे की ये Gaganyaan Mission तीन दिवसीय है,  इसका नाम HLVM3 रखा गया है मिशन के लिए 400 किलोमीटर की पृथ्वी की निचली कक्षा पर मानव को अंतरिक्ष में भेजा जाएगा और फिर सुरक्षित पृथ्वी पर वापस लाया जाएगा , यह अंतरिक्ष यात्रियों के लिए एक चैलेंज होगा !

लैंडिंग कहा होगी

तीन दिन अंतरिक्ष यात्रियों को अंतरिक्ष में बिताने के बाद उन्हें सुरक्षित वापस परीक्षण केन्द्र से 10 किलोमीटर हिंद महासागर में समुद्र के भीतर उतारा जाएगा!

अभी तक मिशन में क्या हुआ

आपको बता दे की प्रधानमंत्री मोदी ने 27 फरवरी 2024 दिन मंगलवार को केरल के तिरुवनंतपुरम में स्थित अंतरिक्ष केंद्र विक्रम साराभाई का दौरा किया था , इस दौरान प्रधानमंत्री ने गगनयान मिशन की तैयारियों का जायजा लिया था और मिशन पर जाने वाले चार भारतीय अंतरिक्ष  अंतरिक्ष यात्रियों को सम्मानित किया था!

 

Gaganyaan Mission को कई चरणों के सफल परिक्षण के बाद सफलता के अंजाम तक पहुंचाया जाएगा ताकि किसी भी तरह की असफलता की गुंजाइस न हो , गगनयान में क्रू एस्केप सिस्टम सबसे मुख्या मन जाता है। अक्तूबर 2023 में किया गया परीक्षण वाहन टीवी-डी1 का प्रक्षेपण गगनयान कार्यक्रम के चार मिशनों में से पहला था अभी और भी परिक्षण करना बाकि है !

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दरअसल, 2025 में जब Gaganyaan Mission के तहत अंतरिक्ष यात्री धरती से 400 किमी ऊपर अंतरिक्ष में तीन दिन बिताने जाएंगे, तब किसी भी वजह से अंतरिक्ष यात्रियों को नहीं खोना पड़े, इस मायनों में टीवी-डी-1 टेस्ट मिशन की सफलतापूर्वक लॉन्चिंग अहम है !

इसके अलावा किसी भी तरह की आपात परिस्थिति में अभियान को बीच में ही रद्द करना पड़े तो अंतरिक्ष यात्रियों को सुरक्षित बचाने की रणनीति को सेफ बनाने में मदद भी मिलेगी,इसी लिये इतने परिक्षण किये जा रहे हे की चूक की कोई गुंजाइस न रहे !

भारत को इस मिशन से क्या हासिल होगा

भारत ऐसा करने वाला विश्व का चौथा देश बन जायेगा इसके पहले ये कारनामा करने वाले 3 देश ही है बो है अमेरिका चीन और रूस इसके अलावा अभी कोई और देश नहीं कर पाया है !

गगणयान मिशन की लॉन्चिग कब होनी है

इसरो के अध्यक्ष एस सोमनाथ ने एक बयान में कहा है की हमारे चारो अंतरिक्ष यात्री 2025 में उड़ान भरने की लिए बिलकुल त्यार है और बे इस उड़ान का इंतजार कर रहे है!

बैज्ञानिक इस Gaganyaan Mission लिए दिन-रात काम कर रहा है,इसे परीक्षण को सफल बनाने के लिए हमें बहुत सारी तकनीक विकसित करने की जरूरत है और हम इसे हरहाल में संभव बनाएगे जिसके लिए बैज्ञानिक दिन-रात काम कर रहे हैं!

ये Gaganyaan Mission कई मायनो में भारत के लिए अहम् होने वाला है जिससे भारत का नाम पूरी दुनिया में होगा तथा परीक्षण करने के लिए एक आत्म विश्वास भी बढ़ेगा ,इसके साथ साथ चारो यात्रियों को बापस लाना भी एक बहुत बड़ी कामयाबी होगी!

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